Saturday, January 11, 2020

SAI baba

साईंबाबा (जन्म:अज्ञात[कृपया उद्धरण जोड़ें], मृत्यु: १५ अक्टूबर १९१८)[2] जिन्हें शिरडी साईंबाबा भी कहा जाता है एक भारतीय गुरुयोगी और फकीर थे जिन्हें उनके भक्तों द्वार
शिरडी के सांई बाबा chand miyan
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सांई बाबा का चित्र
मृत्यु15 अक्टूबर 1918[1]
शिरडीबंबई प्रेसीडेंसीब्रितानी भारत वर्तमान में महाराष्ट्रभारत)
दर्शनभक्ति योगसूफ़ीवादज्ञान योगकर्म योग
धर्महिन्दू
दर्शनभक्ति योगसूफ़ीवादज्ञान योगकर्म योग
राष्ट्रीयताभारतीय

साई-भक्ति का विरोधसंपादित करें

द्वारका और श्रृगेरी पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वतीबताते हैं कि साई एक मुसलमान थे और उनका नाम चांद मियां था और वो एक बाबा थे भगवान नहीं वो स्वयं कहते थे में भगवान का सेवक हूँ स्वयं भगवान नहीं,हिन्दु सनातनियो को भगवान की भक्ति करनी चाहिए न कि एक मनुष्य की,वो1838 में पैदा हए और 1908 में चल बसे थे। वे साई-भक्ति को हिन्दू धर्म को बिगाड़ने का प्रयास मानते हैं।[5]

सन्दर्भसंपादित करें

  1.  "Shirdi Sai Baba's 97th death anniversary: The one who was revered by all"इंडिया टुडे. 15 October 2015. मूल से 31 May 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 November 2017.
  2.  Ruhela, Satya Pal (1998). The Spiritual Philosophy Of Shri Shirdi Sai Baba(अंग्रेज़ी में). Diamond Pocket Books (P) Ltd. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788171820900. अभिगमन तिथि 4 जुलाई 2018.
  3.  Rao, Ammula Sambasiva (2011). Life History of SHIRDI SAI BABA (अंग्रेज़ी में). Sterling Publishers Pvt. Ltd. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788120790650. अभिगमन तिथि 4 जुलाई 2018.
  4.  Satpathy, C. B. (2011). Shirdi Sai Baba and Other Perfect Masters (अंग्रेज़ी में). Sterling Publishers Pvt. Ltd. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788120790513. अभिगमन तिथि 4 जुलाई 2018.
  5.  व्यक्ति विशेष : साईं बाबा हिन्दू या मुसलमान!

बाहरी कड़ियाँसंपादित करें

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